पुडुचेरी में फ़्लोर टेस्ट आज, बचेगी नारायणसामी सरकार?

कांग्रेस के नेतृत्व वाली पुडुचेरी की वी. नारायणसामी सरकार को सोमवार को विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कई विधायकों के इस्तीफ़ा देने के कारण सरकार मुश्किलों से घिर गई है। रविवार को कांग्रेस के दो और विधायकों ने पार्टी छोड़ दी थी। इनमें चार बार के विधायक लक्ष्मीनारायण और डीएमके के विधायक वेंकटेशन शामिल हैं। 

इसके बाद 30 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस-डीएमके सरकार के पास सिर्फ़ 12 विधायक रह गए हैं। विधायकों के इस्तीफ़े के कारण राज्य की नवनियुक्त गवर्नर तमिलसाई सुंदराजन ने सोमवार को फ़्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया था। 

बीजेपी पर लगाया आरोप

अगर नारायणसामी सरकार अपना बहुमत साबित नहीं कर पाती है तो ऐसे हालात में राज्य में राष्ट्रपति शासन लग सकता है। मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी का कहना है कि बीजेपी उनकी सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आदत है कि वह कांग्रेस की सरकारों को अस्थिर करते हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले गोवा, मणिपुर, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश में ऐसा हो चुका है और अब पुडुचेरी में ऐसा किया जा रहा है। 

बीते मंगलवार को तब बड़ा घटनाक्रम हुआ था जब किरण बेदी को राज्य के लेफ़्टिनेंट गवर्नर के पद से हटा दिया गया था और तेलंगाना की राज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन से कहा गया था कि वे अपनी मौजूदा ज़िम्मेदारी के अलावा पुडुचेरी की लेफ़्टिनेंट गवर्नर का काम भी देखें।

अब तक इस्तीफ़ा देने वाले विधायकों में ए. नमशिवायम, ई.थिप्पयनजन, मल्लाडी कृष्णा राव और जॉन कुमार भी शामिल हैं। इनमें से ए. नमशिवायम, ई.थिप्पयनजन बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। ए. नमशिवायम का जाना कांग्रेस के लिए ज़्यादा बड़ा झटका है क्योंकि वह पुडुचेरी कांग्रेस के अध्यक्ष रहे हैं। पार्टी छोड़ने के बाद से कई कार्यकर्ता ए. नमशिवायम के साथ जा चुके हैं। ए. नमशिवायम 2016 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल थे लेकिन पार्टी ने वी. नारायणसामी को मुख्यमंत्री बनाया था। 



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