महाराष्ट्र के जलगांव और संभाजी नगर में साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाएं हुई हैं। जलगांव में नमाज के दौरान मस्जिद के बाहर संगीत बजाने को लेकर दो गुटों में झड़प हुई। वहीं इलाके में पालकी यात्रा पर पथराव की घटना भी सामने आई है। जलगांव एसपी के मुताबिक इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई है और 45 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस का आरोप है कि बुधवार शाम दो समूहों के बीच हिंसक झड़प के दौरान एक पुलिस दल पर हमला किया गया और उनके कई वाहनों में आग लगा दी गई। युवकों के दो गुटों में कहासुनी ने मारपीट का रूप ले लिया। विशेष रूप से रामनवमी और रमज़ान के महीने को देखते हुए सांप्रदायिक तनाव को रोकने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल को बुलाया गया है। स्थिति अब नियंत्रण में बताई गई है।
पुलिस ने कहा कि लगभग 500-600 लोग हमले में शामिल थे और अभी तक उनकी पहचान नहीं की जा सकी है। पुलिस आयुक्त निखिल गुप्ता ने कहा कि यह घटना किराडपुरा में हुई, जहां प्रसिद्ध राम मंदिर है। पुलिस आयुक्त ने पीटीआई को बताया, विवाद कुछ युवकों के बीच झड़प के बाद शुरू हुआ। उन्हें पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चल रहा है। भीड़ की घटना लगभग एक घंटे तक चली। लगभग छह से सात वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
जले हुए वाहनों को हटा दिया गया है। पुलिस ने कहा कि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने हिंसा भड़काने वालों की गिरफ्तारी के लिए 10 टीमों का गठन किया है।
सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में स्थानीय सांसद इम्तियाज जलील, राज्य के भाजपा मंत्री अतुल सावे और अन्य लोगों को शांति सुनिश्चित करने का प्रयास करते दिखाया गया है।
असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम पार्टी से ताल्लुक रखने वाले जलील ने कहा, लाउडस्पीकर पर अपशब्द बोलने पर युवकों के दो समूह आपस में भिड़ गए थे। इसके कारण सैकड़ों लोग सड़कों पर जमा हो गए और पथराव शुरू कर दिया।
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