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दिल्ली विश्वविद्यालय के कई कॉलेजों ने संस्थान के शताब्दी समारोह की लाइव स्ट्रीमिंग में भाग लेने के लिए विद्यार्थियों के लिए कई दिशा-निर्देश निकाले गए। इसमें अनिवार्य उपस्थिति और काली पोशाक नहीं पहनने जैसे निर्देश शामिल थे। इस शताब्दी समारोह के समापन कार्यक्रम में पीएम मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।

इसी कार्यक्रम को लेकर कई कॉलेजों ने नोटिस जारी कर छात्रों और शिक्षकों के लिए कार्यक्रम के लाइव प्रसारण में भाग लेना अनिवार्य कर दिया। दिशा-निर्देशों में काले कपड़े नहीं पहनना भी शामिल था। सुबह 10 से 12 बजे के बीच कक्षाओं को निलंबित करने की बात भी कही गयी। 

हंसराज कॉलेज, डॉ. भीम राव अंबेडकर कॉलेज और जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज में छात्रों और शिक्षकों के लिए कार्यक्रम के लाइव प्रसारण में भाग लेना अनिवार्य किया गया। बुधवार को जारी एक नोटिस में हिंदू कॉलेज के प्रभारी शिक्षक मीनू श्रीवास्तव ने सात सूत्री दिशानिर्देश जारी किए थे जिसमें कहा गया था कि छात्रों को लाइव स्ट्रीमिंग में भाग लेने के लिए सभी छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य है। किसी भी ट्रैफिक डायवर्जन या व्यवधान से बचने के लिए कॉलेज में प्रवेश पहली अवधि की शुरुआत में किया जाए। इसमें आगे कहा गया, 'आपको अपना आई-कार्ड ले जाना होगा। उस दिन कोई काली पोशाक नहीं पहननी है।'

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार इस नोटिस के बारे में पूछे जाने पर हिंदू कॉलेज की प्रिंसिपल अंजू श्रीवास्तव ने कहा कि प्रशासन ने ऐसा कोई नोटिस जारी नहीं किया है। उन्होंने पीटीआई से कहा, 'ऐसा लगता है कि कुछ गलतबयानी हुई है। कॉलेज द्वारा जारी नहीं किया गया है। मुझे कोई जानकारी नहीं है।' हालांकि, उन्होंने इस बात से इनकार नहीं किया कि नोटिस असली नहीं है। उन्होंने कहा, 'मैंने छात्रों और सभी फैकल्टी को मेल करके सीधे प्रसारण के बारे में सूचित किया है और उनसे इसमें शामिल होने का आग्रह किया है। उपस्थिति की कोई बाध्यता नहीं है।'

डॉ. भीम राव अंबेडकर कॉलेज ने एक नोटिस में कहा, 'इस अवसर पर सभी शिक्षकों को अपने छात्रों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के साथ कॉलेज में लाइव वेब प्रसारण कार्यक्रम में भाग लेना होगा।' 

जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज ने अपने आदेश में कहा, 'दिल्ली विश्वविद्यालय के निर्देशों के अनुसार नव नियुक्त शिक्षकों के अलावा सभी स्टाफ सदस्य को अनिवार्य रूप से कॉलेज के पुस्तकालय में समापन समारोह देखने के लिए उपस्थित रहना आवश्यक है।'

पीटीआई ने विश्वविद्यालय के कई अन्य कॉलेजों के प्राचार्यों से संपर्क किया। हालाँकि, उन्होंने कहा कि उन्होंने छात्रों और शिक्षकों से कार्यक्रम में शामिल होने के लिए केवल अनुरोध किया और इसके लिए कोई उपस्थिति अनिवार्य नहीं है।

दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी साफ़ किया कि उन्होंने उपस्थिति अनिवार्य नहीं की। इसने कहा है कि लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था की जा रही है ताकि जो लोग कार्यक्रम में नहीं आकर भी वे इसे देख सकें। रजिस्ट्रार विकास गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय ने अनिवार्य उपस्थिति के बारे में कोई आदेश जारी नहीं किया है।

इस बीच रामजस कॉलेज, मिरांडा हाउस और किरोड़ीमल कॉलेज ने भी कहा कि उन्होंने उपस्थिति अनिवार्य नहीं की है, लेकिन छात्रों, शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों से कार्यक्रम में भाग लेने का आग्रह किया है। दयाल सिंह कॉलेज ने कहा कि हमारा कॉलेज उक्त कार्यक्रम का सीधा प्रसारण करेगा और कॉलेज में उपस्थित रहने का अनुरोध किया गया। मिरांडा हाउस के प्रिंसिपल बी नंदा, रामजस कॉलेज के प्रिंसिपल मनोज कुमार खन्ना और किरोड़ीमल कॉलेज के प्रिंसिपल दिनेश खट्टर ने भी पुष्टि की कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के लिए उपस्थिति अनिवार्य नहीं है।



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