उमेश पाल हत्याकांड में प्रयागराज पुलिस ने शूटर बल्ली पंडित को हिरासत में ले लिया है। बल्ली पंडित मुख्य आरोपी और जेल में बंद बाहुबली नेता अतीक अहमद का गुर्गा है। उमेश पाल की हत्या से पांच दिन पहले अतीक की पत्नी के साथ शूटर बल्ली पंडित की मुलाकात की झलक कैमरों में कैद हुई थी और बाद में उस फुटेज की क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। पुलिस ने उसी आधार पर बल्ली पंडित को हिरासत में लिया है।
उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस दो लोगों अरबाज और विजय चौधरी का एनकाउंटर भी कर चुकी है। उमेश पाल हत्याकांड के फौरन बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था कि अपराधियों को मिट्टी में मिला देंगे। उस बयान के बाद इस मामले में गिरफ्तारियां और एनकाउंटर शुरू हो गए थे। खासबात यह है कि एनकाउंटर में मारे गए विजय चौधरी का नाम बीजेपी विधायक ने उस्मान उर्फ विजय चौधरी बताया था लेकिन विजय चौधरी की पत्नी ने उसका जबरदस्त खंडन करते हुए कहा था कि वो लोग मुस्लिम नहीं हैं, हिन्दू हैं। न जाने क्यों उनके पति का नाम उस्मान बताया जा रहा है।
उमेश पाल की हत्या में शामिल शूटर शब्बीर, जो मामले में अपना नाम सामने आने के बाद से लापता है, वायरल वीडियो में बल्ली पंडित के साथ देखा गया था। उत्तर प्रदेश पुलिस ने 5 मार्च को, उमेश पाल हत्याकांड में शब्बीर सहित हर आरोपी पर 2.5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। इस संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले या आरोपियों को पकड़वाने वाले शख्स के लिए यह पैसा घोषित किया गया था।
इसी बीच, 9 मार्च को शब्बीर के भाई का शव यूपी के कौशांबी जिले में एक खेत में मिला था। उसकी पहचान प्रयागराज के मरियाडीह गांव निवासी 50 वर्षीय जाकिर के रूप में हुई थी। जाकिर कुछ महीने पहले दहेज और हत्या के एक मामले में 10 साल की सजा काटने के बाद जेल से छूटा था। यह साफ नहीं है कि जाकिर का मर्डर किसने किया और उसका उमेश पाल हत्याकांड से क्या संबंध था।
उमेश पाल हत्याकांड
2005 में बसपा विधायक राजूपाल की हत्या कर दी गई थी। पूर्व सांसद अतीक अहमद के छोटे भाई खालिद अजीम को हराकर इलाहाबाद (पश्चिम) विधानसभा सीट जीतने के महीनों बाद राजू पाल की हत्या हुई थी। राजू पाल हत्याकांड में अतीक अहमद, उसका भाई और पूर्व विधायक अशरफ मुख्य आरोपी हैं। सभी आरोपी फिलहाल जेल में बंद हैं।राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की 24 फरवरी 2023 शाम को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उनके आवास के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
प्रयागराज पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में अतीक के भाई, पत्नी शाइस्ता परवीन और उसके दो नाबालिग बेटों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी और कई लोगों को गिरफ्तार किया था। दोनों बेटों को हिरासत में लेने और बाल संरक्षण गृह में रखने की बात बहुत दिनों बाद पुलिस ने स्वीकार की थी।
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स की जांच में दावा किया गया है कि हत्या की साजिश अतीक अहमद ने गुजरात की साबरमती जेल में रहते हुए रची थी और इसे अंजाम देने के लिए उसने अपने भाई और साथियों की मदद ली थी।
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